प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया योजना: Digital Bharat के 9 साल का सफर।

By Manpreet

Published on: January 31, 2025

परिचय

आज के दौर में, डिजिटल तकनीक ने दुनिया को एक नया रूप दे दिया है। भारत भी इस डिजिटल क्रांति से अछूता नहीं रहा है। तकनीकी प्रगति को अपनाने और नागरिकों तक डिजिटल सेवाओं को पहुँचाने के लिए सरकार ने 1 जुलाई 2015 को प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया योजना की शुरुआत की। इसका उद्देश्य भारत को एक डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में बदलना है। डिजिटल इंडिया योजना कब शुरू हुई यह सवाल हर किसी के मन में होता है, और इसका जवाब है – 2015 में इस योजना को लॉन्च किया गया था ताकि सरकारी सेवाएं हर नागरिक तक ऑनलाइन और अधिक पारदर्शी तरीके से पहुँचे। इस योजना के तहत, ब्रॉडबैंड हाईवे, मोबाइल कनेक्टिविटी, डिजिटल भुगतान प्रणाली, ई-गवर्नेंस, और डिजिटल साक्षरता जैसी कई पहलें शुरू की गई हैं।

बीते 9 सालों में डिजिटल इंडिया का सफर काफी सफल रहा है। इंटरनेट की पहुंच गाँव-गाँव तक हो गई है, डिजिटल पेमेंट, आधार कार्ड, और ई-गवर्नेंस सेवाएं हर भारतीय की दिनचर्या का हिस्सा बन चुकी हैं। लेकिन यह पहल सिर्फ सरकार तक सीमित नहीं है, बल्कि हर नागरिक की भागीदारी भी उतनी ही जरूरी है। प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया योजना me yogdan kaise kare – इस सवाल का जवाब भी उतना ही अहम है क्योंकि यह अभियान तभी सफल होगा जब लोग डिजिटल तकनीक को अपनाएंगे और इसके फायदों को समझेंगे। आगे हम इस योजना के मुख्य उद्देश्य, लाभ और इसमें हमारी भूमिका पर विस्तार से चर्चा करेंगे।


प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया योजना kya hai?

प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया योजना एक राष्ट्रीय स्तर की पहल है, जिसे भारत सरकार ने डिजिटल तकनीक को बढ़ावा देने और सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए शुरू किया था। इसका मुख्य उद्देश्य भारत को “डिजिटल रूप से सक्षम समाज” और “ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था” में बदलना है।

डिजिटल इंडिया का एक प्रमुख उद्देश्य क्या है?

इस योजना के कई उद्देश्य हैं, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को डिजिटल रूप से सक्षम बनाना और सरकारी सेवाओं को ई-गवर्नेंस के माध्यम से अधिक सुलभ और पारदर्शी बनाना है। इसके साथ ही, डिजिटल पेमेंट, डिजिटल शिक्षा, और ई-हेल्थकेयर जैसी सुविधाओं को भी जन-जन तक पहुँचाना इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य है।

डिजिटल इंडिया योजना के मुख्य स्तंभ:

डिजिटल इंडिया योजना नौ प्रमुख स्तंभों पर आधारित है, जो इस अभियान की नींव रखते हैं:

स्तंभ का नामविवरण
ब्रॉडबैंड हाईवेहर गाँव और शहर को ब्रॉडबैंड इंटरनेट से जोड़ना
सार्वभौमिक मोबाइल कनेक्टिविटीहर क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क को मजबूत करना
पब्लिक इंटरनेट एक्सेस प्रोग्रामकॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से डिजिटल सेवाएं उपलब्ध कराना
ई-गवर्नेंस – टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्रशासन सुधारसरकारी सेवाओं को ऑनलाइन और पारदर्शी बनाना
ई-क्रांति – इलेक्ट्रॉनिक सेवा वितरणनागरिकों को डिजिटल सेवाएं प्रदान करना
सूचना तक सभी की पहुँचसभी लोगों को डिजिटल जानकारी सुलभ कराना
इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को बढ़ावा‘मेक इन इंडिया’ के तहत घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण को प्रोत्साहित करना
आईटी और डिजिटल नौकरियों का सृजनडिजिटल क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाना
त्वरित क्रियान्वयन कार्यक्रम (Early Harvest Program)त्वरित प्रभाव डालने वाली डिजिटल परियोजनाओं का क्रियान्वयन

डिजिटल इंडिया के लाभ

भारत के डिजिटल होने का क्या फायदा है? यह सवाल हर किसी के मन में आता है। इस पहल से नागरिकों को अनेक लाभ मिले हैं, जो इसे सफल बनाते हैं।

1. सरकारी सेवाओं तक आसान पहुंच

डिजिटल इंडिया के कारण अब सरकारी सेवाएँ ऑनलाइन उपलब्ध हैं। डिजिटल लॉकर, उमंग ऐप, ई-कोर्ट्स, और ई-हॉस्पिटल जैसी सुविधाएं लोगों को घर बैठे सेवाएँ लेने की सहूलियत दे रही हैं।

2. डिजिटल भुगतान का विस्तार

अब भारत में UPI, भीम ऐप, मोबाइल वॉलेट, और ऑनलाइन बैंकिंग जैसी सुविधाएं लोकप्रिय हो चुकी हैं। इससे लेन-देन में पारदर्शिता आई है और नकद लेन-देन की आवश्यकता कम हो गई है।

3. रोजगार के नए अवसर

आईटी सेक्टर, डिजिटल मार्केटिंग, और स्टार्टअप्स के बढ़ते दायरे ने युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं।

4. शिक्षा और स्वास्थ्य में डिजिटल सुधार

अब विद्यार्थी ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म जैसे स्वयं, दीक्षा, और नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी से पढ़ाई कर सकते हैं। इसी तरह, ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा के जरिए मरीज घर बैठे डॉक्टरों से सलाह ले सकते हैं।

5. साइबर सुरक्षा और डिजिटल जागरूकता

सरकार ने CERT-IN जैसी संस्थाओं के माध्यम से साइबर सुरक्षा को मजबूत किया है ताकि नागरिक डिजिटल फ्रॉड से सुरक्षित रह सकें।


प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया योजना me yogdan kaise kare?

डिजिटल इंडिया को सफल बनाने के लिए सिर्फ सरकार नहीं, बल्कि हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है।

1. डिजिटल साक्षरता बढ़ाएं

हमें खुद को और अपने परिवार, दोस्तों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को डिजिटल तकनीक के प्रति जागरूक करना चाहिए। प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान (PMGDISHA) जैसी योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए।

2. ई-गवर्नेंस सेवाओं का उपयोग करें

हमें सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन एक्सेस करने की आदत डालनी चाहिए।

3. साइबर सुरक्षा के नियमों का पालन करें

सुरक्षित पासवर्ड का उपयोग करें, अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से बचें, और निजी जानकारी साझा करने में सतर्क रहें।

4. डिजिटल भुगतान को अपनाएं

कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देकर डिजिटल इंडिया को मजबूत करें।

5. सोशल मीडिया का जिम्मेदाराना उपयोग करें

फेक न्यूज़ से बचें और सकारात्मक और सत्यापित जानकारी साझा करें।


प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया योजना के 9 साल का सफर

डिजिटल इंडिया योजना के 9 सालों में देश ने जबरदस्त प्रगति की है। 2015 में सिर्फ 19% भारतीयों के पास इंटरनेट था, लेकिन 2024 तक यह आंकड़ा लगभग 60% तक पहुँच चुका हैUPI ट्रांजेक्शन आज हर महीने 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो रहे हैं, जिससे भारत दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल भुगतान वाला देश बन चुका है। डिजिटल गांव और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट भी तेजी से बढ़ रहे हैं।


निष्कर्ष

प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया योजना सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांति है। इसका लाभ हर नागरिक को मिल रहा है, और इसकी सफलता में हमारी भागीदारी भी बेहद महत्वपूर्ण है। अगर हम डिजिटल सेवाओं को अपनाएं, साइबर सुरक्षा को समझें, और डिजिटल साक्षरता बढ़ाएं, तो हम भारत को दुनिया का सबसे मजबूत डिजिटल राष्ट्र बना सकते हैंआइए, डिजिटल भारत के निर्माण में अपना योगदान दें!

Leave a Comment